पढ़ने में मन कैसे लगाएं | पढ़ने में मन कैसे लगेगा | पढ़ने में मन कैसे लगता है

पढ़ने में मन कैसे लगाएं | पढ़ने में मन कैसे लगेगा | पढ़ने में मन कैसे लगता है

विद्यार्थी का पढ़ने में मन न लगना विद्यार्थी जीवन का सबसे बड़ा बाधक है। अतः इसे जितना जल्दी सुधार हो सके विद्यार्थी को सुधार करना चाहिए।

लेकिन विद्यार्थी अपने मन को सुधार नहीं पाते हैं ऐसा करने में वह असमर्थ हो जाते हैं। अक्सर ऐसे विद्यार्थी का उम्र महज 12 साल से 18-19 साल तक का होता है। इस उम्र को विद्यार्थी जीवन का सबसे महत्वपूर्ण काल या समय माना गया है। क्योंकि इसी समय विद्यार्थी का बेस तैयार होना होता है। अगर यहीं आकर विद्यार्थी का मन पढ़ाई से दूर भागना चालू हो जाए तो विद्यार्थी का पूरा जीवन बर्बाद हो जाता है।

इसीलिए मैंने इस पोस्ट के माध्यम से आप लोगों के लिए पढ़ाई में मन कैसे लगाएं इस चीज के बारे में बताने की कोशिश किया है। मुझे उम्मीद है अगर आप इस पोस्ट को ध्यान पूर्वक पूरा शुरू से लेकर लास्ट तक पढ़ लेते हैं तो आज नहीं बल्कि अभी से ही आप पढ़ाई के प्रति जागरूक हो जाएंगे।

यह जानने से पहले हम जान लेते हैं कि बच्चों का पढ़ाई में मन ना लगने के क्या कारण हो सकते हैं।

बच्चों के पढ़ाई में मन न लगने के कारण (Reasons why Students Don't Attract To Study)

बच्चों की पढ़ाई में मन ना लगने के कई कारण हो सकते हैं। उसमें कुछ वाह्य कारण भी हो सकते हैं और कुछ अंतः कारण भी हो सकते हैं। 

1. कई लोगों का कहना है बच्चों के पढ़ाई ना करने के पीछे मोबाइल फोन और टीवी सिनेमा है। यह बात वास्तविक रूप से सही है लेकिन कुछ हद तक, अगर आप मेरी बात सुनते हैं तो मैं आपको मोबाइल छोड़ने और टीवी सिनेमा त्यागने की बात कभी नहीं करूंगा। बल्कि आप इसके साथ साथ कैसे पढ़ें यह बात बताऊंगा।

बच्चे मोबाइल से कभी भी नहीं बिगड़ते बल्कि मोबाइल के अंदर सोशल मीडिया पर उपस्थित कुछ अभद्र टिप्पणियों एवं फोटोस तथा वीडियोस देखकर बिगड़ते हैं।
अगर आप मोबाइल को लिमिटेशन के साथ चलाएं, उसकी गहराई में जाने से बचे, और अभद्र टिप्पणियों एवं वीडियोस देखने से बचे हैं तो आपका मोबाइल चलाना व्यर्थ नहीं होगा। 

2. बच्चों के बिगड़ने के पीछे दूसरा बड़ा कारण है बच्चों के स्कूल, कॉलेज अथवा परिवेश में उपस्थित अभद्र मित्रों का होना।
आजकल बच्चे स्कूल, कॉलेज तथा अपने घर के आस-पास अपने सोसाइटी में लगभग हर एक को अपना दोस्त बना लेते हैं जोकि बिल्कुल गलत है। वे सोचते हैं की हमारे पास बहुत सारे दोस्त हैं। लेकिन कभी यह नहीं सोचते कि मेरा दोस्त कैसा है, कौन अच्छा है, कौन बुरा है, कौन क्या करता है ? वगैरा-वगैरा ।

विद्यार्थी अपने जीवन में सही मित्र का चुनाव नहीं कर पाते हैं जिसका परिणाम वे अपने आगे भविष्य में देखते हैं। विद्यार्थियों का मित्र बनाना गलत काम नहीं है लेकिन किसी को भी बना लेना यह गलत है।
मित्र बनाने से पहले हमें उसको एक बार एक नजर से देख लेना चाहिए। उसका स्वभाव कैसा है, उसका चाल चलन कैसा है, और वह बोलता कैसे हैं ?
अगर आप इतना देख लेते हैं तो आप खुद ही अच्छे और बुरे मित्र में पहचान कर पाएंगे।

खराब मित्र विद्यार्थी को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए तरह-तरह के कार्य करते हैं। विद्यार्थी जीवन एक ऐसा जीवन है जिसे भटकने में मिनटों का समय भी नहीं लगता है।

3. माहौल (Atmosphere) की कमी होना ! यह एक सबसे बड़ा कारक है। माहौल, पढ़नेे के लिए कितना जरूरी है यह बात शायद आप भली-भांति जानते होंगे। आप खुद भी गौर किए होंगे कि जिस समाज में एक भी शिक्षित व्यक्ति नहीं है उस समाज का कोई भी व्यक्ति अच्छेे से पढ़ नहीं पाता है। यह माहौल के कारण ही होता है।

4. इसके अलावा विद्यार्थी के कुछ अंतः कारण भी है। अगर विद्यार्थी का स्वास्थ्य सही नहीं है तो वह विद्यार्थी कितना भी कुछ कर ले पढ़ नहीं सकता। विद्यार्थी कितना भी पढ़ना चाहे उनके अंदर कि खराब स्वास्थ्य पढ़नेे से मन को हटाकर किसी और चीजों पर भटका देता है।

यह था कुछ कारण जिससे विद्यार्थी पढ़ नहीं पाता है तथा उनका मन पढ़ाई से ऊब जाता है।
पढ़ाई में मन लगाने के लिए इसको सही करना सबसे जरूरी कार्य है।
तो आइए अब हम जानते हैं कि पढ़ाई में मन कैसे लगाएं।

पढ़ाई में मन कैसे लगाएं (How To Concentrate On Study)

हमने यहां नीचे कुछ नंबर वाइज बातें बताई है जिसे आप अगर फॉलो करेंगे तो आप 100% अभी से ही पढ़ना शुरू कर देंगे।

1. रोजाना स्कूल या कॉलेज करें: अगर आप रोजाना स्कूल जाते हैं तो आपके अंदर पढ़नेे की क्षमता बनी रहती है। आप को जितने समय स्कूूल या कॉलेज में बैठायाा जाता है उतना ही देर आपको पढ़नेे का आदत बनता है। 
अगर आप स्कूल कॉलेज करना छोड़ देते हैं तो आप का मन पढ़ाई से हटेगा ही और यह बात सत प्रतिशत सही है।

2. रोज एक ही विषय को ना पढ़े: अगर आप रोज रोज एक ही भी विषय को पढ़ते हैं तो यह बात सही है कि आप उस विषय का कंसेप्ट याद कर लेंगे। लेकिन आपका मन पढ़ाई से दूर भागेगा क्योंकि रोज-रोज एक ही पुस्तक और एक ही छापे चित्र को देखने से आपका दिमाग और मन पढ़ाई में साथ देना छोड़़ देता है ‌। 

अगर आपको लंबे समय तक पढ़ना है तो आप 30 मिनट पर अलग-अलग विषयों को पढ़ सकते हैं इससे आप ज्यादा देर तक भी पढ़ पाएंगे और आप पढ़ाई में बोर भी नहीं होंगे।

3. हफ्ते में एक बार सभी विषयों का रिविजन : अगर आप बिना रिविजन के ही रोज पढ़ाई करेंगे तो जो भी आप पीछेे पढ़ेंगे वह आगे भूलते चले जाएंगे।

4. पढ़ने के लिए डेली रूटीन: अगर आप मन लगाकर पढना चाहते हैं तो दिन और रात को एक निर्धारित समय बना ले। उस समय आप पढ़ाई को छोड़ कर दूसरे अन्य कार्य नहीं करेंगे। पढ़ाई के समय मोबाइल लैपटॉप या अन्य कोई डिवाइस का इस्तेमाल नहीं करेंगे।

5. कंसेप्ट को नोट वाइज पढ़ें: अगर आप किसी कंसेप्ट को पढ़नेे बैठें तो सर्वप्रथम आपने कॉपी में 1-2-3 करके नोट वाइज लिख ले। इसके बाद इसे 5 से 6 बार पढ़ें।
इससे आपका कांसेप्ट आपके दिमाग में सेट हो जाएगा। 

अगर आप 1 दिन में कांसेप्ट को नहीं समझ पा रहे हैं तो आप रोज सुबह उठ कर दो से तीन बार इसमें लिखें नोट को पढ़ें इससे आपका स्मरण शक्ति भी बढ़ेगा और कोई भी कंसेप्ट क्लियर रहेगा।

5. किसी भी चीज को रटने से बचें: अगर आप किसी नोट्स या कंसेप्ट को रटते हैं तो अभी से ही ऐसा करना छोड़ दें क्योंकि यह रटा हुआ चीज सीमित समय के लिए ही आपका साथ देगा जबकि समझा हुआ चीज आपके पूरे जीवन काल में साथ देगा।

6. पढ़नेे से ज्यादा सुने पर गौर करें: आपने गौर किया होगा कि कोई संगीत बज रहा हो तो वह संगीत आपके दिमाग में आ जाएगा फिर उसे अगर 2 दिन बाद पूछे तो आप शायद गा देंगे। ऐसा इसलिए होता है कि कोई भी चीज सुनने से सीधे दिमाग में फिट हो जाता है जबकि पढ़ने से बहुत कम होता है।

अगर आप किसी कांसेप्ट को समझना चाहते हैं तो आप उसे रिकॉर्ड करके 10 से 12 बार सुने। इससे 100% आपका कंसेप्ट क्लियर रहेगा।

उपयुक्त बातों को अगर आप अपने जीवन में उतारते हैं तो मैं आपको गारंटी देता हूं कि आप अपने वर्ग में हमेशा अव्वल आएंगे।
अगर आपने इस पोस्ट को सही से नहीं पड़ा है तो शायद आप महत्वपूर्ण बातों को समझ नहीं पाए होंगे इसीलिए मैं आपसे आग्रह करूंगा कि आप एक बार अच्छे से इस पोस्ट को पढ़ें।

इसका फर्क आपको सप्ताहों में ही देखने को मिलेगा और आप खुद ही अपने आप को समझ पाएंगे की पहले कैसे थे और अब कैसे हैं।

तुम्हें उम्मीद करूंगा इस पोस्ट के माध्यम से आपको काफी सारी जानकारी सीखने को मिली होंगी। अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो अभी इस पोस्ट को अपने फ्रेंड्स तथा दूसरों को शेयर अवश्य करें।

...✍️ मनीष झा

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